tag:blogger.com,1999:blog-461394709321308994.post1153746470191269042..comments2023-09-18T15:15:30.411+05:30Comments on आ सखी चुगली करें: प्रेम - आज के परिपेक्ष्य मेPraveena joshihttp://www.blogger.com/profile/15007987275551928151noreply@blogger.comBlogger5125tag:blogger.com,1999:blog-461394709321308994.post-84069487577012144962012-02-17T00:57:18.981+05:302012-02-17T00:57:18.981+05:30niceniceAnonymoushttps://www.blogger.com/profile/05125006281024381306noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-461394709321308994.post-76848409956557763912012-01-12T07:25:24.422+05:302012-01-12T07:25:24.422+05:30।प्राचीन काल से आज तक मे चाहे जीतने युग बदले हो मग...।प्राचीन काल से आज तक मे चाहे जीतने युग बदले हो मगर प्रेम का यह स्वरूप नहीं बदला...क्योकि आज भी प्रेम की कृष्ण बिना अधूरी है ... अब जहा प्रेम है वहा या तो मिलन होगा या विरह .. कृष्ण ने अपने पूरे जीवन काल में अपनी अपनी लीला दिखाई परंतु फिर क्यो राधा को अकेला छोड़ कर मथुरा चले गए ... वजह मिलन से भी उच्च होता है विरह ।<br />विरह मे ही प्रेम की उच्च कोटी की भावना छिपी होती है यहा प्रेमीसिर्फ प्रेम करता है अपने प्रेम के बदले उसे कुछ नहीं चाहिए ।<br /><br />virah me hi prem ki uchch koti ki bhavna chhipi hoti hai .... bahut sundar lekh praveena sakhi !!shobha mishrahttps://www.blogger.com/profile/17523944890996754964noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-461394709321308994.post-30085543201953450792012-01-12T07:16:47.284+05:302012-01-12T07:16:47.284+05:30।प्राचीन काल से आज तक मे चाहे जीतने युग बदले हो म...।प्राचीन काल से आज तक मे चाहे जीतने युग बदले हो मगर प्रेम का यह स्वरूप नहीं बदला...क्योकि आज भी प्रेम की कृष्ण बिना अधूरी है ... अब जहा प्रेम है वहा या तो मिलन होगा या विरह .. कृष्ण ने अपने पूरे जीवन काल में अपनी अपनी लीला दिखाई परंतु फिर क्यो राधा को अकेला छोड़ कर मथुरा चले गए ... वजह मिलन से भी उच्च होता है विरह ।<br />विरह मे ही प्रेम की उच्च कोटी की भावना छिपी होती है यहा प्रेमीसिर्फ प्रेम करता है अपने प्रेम के बदले उसे कुछ नहीं चाहिए ।shobha mishrahttps://www.blogger.com/profile/17523944890996754964noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-461394709321308994.post-21369101047052709962011-12-26T17:50:38.027+05:302011-12-26T17:50:38.027+05:30बहुत बढ़िया है ..!! .लगता है में पहले भी सैर कर चु...बहुत बढ़िया है ..!! .लगता है में पहले भी सैर कर चुकी हूँ इस दुनिया की बिना वीजा के ही, हा हाअरुणाhttps://www.blogger.com/profile/11069255398676710722noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-461394709321308994.post-43422306405859604422011-12-26T10:41:07.270+05:302011-12-26T10:41:07.270+05:30उत्तर नहीं मिलने वाला इसका ..विचारणीय पोस्टउत्तर नहीं मिलने वाला इसका ..विचारणीय पोस्टसंगीता स्वरुप ( गीत )https://www.blogger.com/profile/18232011429396479154noreply@blogger.com