शुक्रवार, 24 फ़रवरी 2012




---तुम -----


१-बिना तुम्हारे
 
तपिश अकुलाये

 
दिल की बात

 
२-शूल बन के


चुभन दे रही जो

याद है तेरी


३-आज आओगे


दस्तक दिल पर


लम्हा दे रहा .

2 टिप्‍पणियां:

सखियों आपके बोलों से ही रोशन होगा आ सखी का जहां... कमेंट मॉडरेशन के कारण हो सकता है कि आपका संदेश कुछ देरी से प्रकाशित हो, धैर्य रखना..