शुक्रवार, 30 दिसंबर 2011



ये पंक्तियाँ समर्पित हैं ...... सभी सखियों को

सखियों नव वर्ष की खुमारी ..--------------

मंद किया सबने, दीपक को


प्यार करे प्रीतम, जब प्रिय को



सोच लिया है मैंने साथी


कम न करूंगा, दीपक-बाती

प्यार करूंगा जब भी तुझको


बाहों में जब लूंगा तुझको 



खोल केश में तेरे लूंगा

इस साए में प्यार करूंगा



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3 टिप्‍पणियां:

सखियों आपके बोलों से ही रोशन होगा आ सखी का जहां... कमेंट मॉडरेशन के कारण हो सकता है कि आपका संदेश कुछ देरी से प्रकाशित हो, धैर्य रखना..