एक अभिव्यक्ति -----
१-अधर नज़दीक थे जब अधरों के , वो पल मुझको ऐसे भाये
चाहा बहुत रोकना दिल को,चाहत दिल की रोक ना पाए !!
२-गया ठहर समय पल भर को, संगम हुआ जो अधरों का
लगा जेठ के मौसम में , शीतल बयार का एक झोका !!
३-आँखे भी कुछ बोला करती ,शब्द कर सके जो न व्यक्त
आकर के कर दो कुछ ऐसा ,नस -नस में लगे दौड़ता रक्त !!
४-स्पर्श किया हल्का सा तुमने ,लगा दहकता मुझको तन
सोयी चाहत जाग उठी और, व्याकुल हो गया अपना मन
५-स्पर्श प्रथम तेरे अधरों का , विस्मृत ना हो पायेगा
याद आयेगा जब भी वो क्षण , खुमार नया फिर छायेगा !!
१-अधर नज़दीक थे जब अधरों के , वो पल मुझको ऐसे भाये
चाहा बहुत रोकना दिल को,चाहत दिल की रोक ना पाए !!
२-गया ठहर समय पल भर को, संगम हुआ जो अधरों का
लगा जेठ के मौसम में , शीतल बयार का एक झोका !!
३-आँखे भी कुछ बोला करती ,शब्द कर सके जो न व्यक्त
आकर के कर दो कुछ ऐसा ,नस -नस में लगे दौड़ता रक्त !!
४-स्पर्श किया हल्का सा तुमने ,लगा दहकता मुझको तन
सोयी चाहत जाग उठी और, व्याकुल हो गया अपना मन
५-स्पर्श प्रथम तेरे अधरों का , विस्मृत ना हो पायेगा
याद आयेगा जब भी वो क्षण , खुमार नया फिर छायेगा !!
प्यार भरी प्रस्तुति
जवाब देंहटाएंबेहतरीन........आपको नववर्ष की शुभकामनायें
जवाब देंहटाएंआभार anju(anu) choudharyji ,sushma ji.........:))
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