सखियों की बातें दिल से दिमाग तक...
कही दिल ना लगाना उस राह मे ए दोस्तो ,उस राह गुजरे कई दिल तन्हा |
बहुत सुंदर लिखा है ... लेगा कहाँ तक जाकर दम ,ए जिंदगी के मुसाफिर ,इस राह तो कोई दरख्त भी नहीं...वाह क्या बात लिखी है ....
सखियों आपके बोलों से ही रोशन होगा आ सखी का जहां... कमेंट मॉडरेशन के कारण हो सकता है कि आपका संदेश कुछ देरी से प्रकाशित हो, धैर्य रखना..
कही दिल ना लगाना उस राह मे ए दोस्तो ,उस राह गुजरे कई दिल तन्हा |
जवाब देंहटाएंबहुत सुंदर लिखा है ... लेगा कहाँ तक जाकर दम ,ए जिंदगी के मुसाफिर ,
जवाब देंहटाएंइस राह तो कोई दरख्त भी नहीं...वाह क्या बात लिखी है ....